Free Download Pishachon Ki Malika Parshuram Sharma Hindi Novel Pdf
धीरे-धीरे रूपकंवल का हुलिया बदलता जा रहा था- उसका चेहरा बिगड़ता जा रहा था। चेहरे का गोश्त खिंचा-नुचा था।
‘आज यह तुम्हारे सामने असली शक्ल में आ जाएगी पुरुषोतम! सदियों पुरानी रूह अपना अस्तित्व…