महेन्द्रगढ़ की बरसों से सुनसान पड़ी हवेली में-बीस साल पहले एक खूनी कांड हुआ था। और अब -ठीक बीस साल बाद। उसी हवेली में एक-एक करके वो सभी किरदार जमा होने लगे-जो किसी ना किसी रूप में उस कांड से सम्बंधित…
"क"कौन हो तुम?"
"इंसाफ का शहंशाह !" इन्सान मशीन के होंठों से फुफकार भरा स्वर उभरा।
“सजा देने के लिए मैंने ही बुलाया था तुम दोनों को यहां वह फोन दिनेशसिंह ने नहीं, मैंने किया था।"
"त" "तुमने किया…
मुर्दे का कानून दुनिया का कानून कहता है कि जुर्म की दुनिया के लोग शातिर दिमाग होते हैं, परन्तु मानव मनोविज्ञान कहता है कि ऐसे लोग सुपर इन्टेलीजेन्ट होते हैं। ये सुपर इन्टेलीजेन्ट लोग यदि अच्छे .…
मैं कार का गेट खोलकर सतर्कता की प्रतिमूर्ति बनी नीचे उतरी। इस समय में हांगकांग में थी परन्तु फिलहाल हांगकांग की शहरी आबादी से दूर लेता नाम के छोटे से गांव में माइकल चांग नाम के एक शख्स से मिलने आई…
"थक हारकर गृह मंत्रालय ने इस मिशन को हमारे डिपार्टमेन्ट को सौंप दिया। उसे इस बात की पूरी उम्मीद है कि हमारा विभाग इस मिशन में कामयाबी हासिल कर लेगा। जिस मिशन में सी०बी० आई० सफलता हासिल नहीं कर सकी, वो…
वह जहरीले सांप की तरह फुंफकार उठा- "मिस रीमा भारती, मेरी चोट इतनी भयानक हो सकती है कि तुम्हारे अंग के चिवड़े बिखर जाएंगे....खून की उल्टी करने लगोगी। यदि जान प्यारी है तो बताओ डॉक्टर वाटला कहाँ है ?".…
वे चारों गनर जिन्होंने मुझे अपनी-अपनी गन की नाल पर ले रखा था, स्वयं उनका ध्यान एक क्षण के लिये उस पुजारी की ओर चला गया था जिसे रोहित की लात ने मुंह के बल गिराया था। उन गनर्स ने अचानक मेरी और से उठने…
रीमा भारती आई एस सी( इंडियन सीक्रेट कोर) की सबसे विशिष्ट एजेंट है। किसी जमाने में वो अपराधी हुआ करती थी लेकिन फिर उसने भारत के लिए अपने प्रतिभा का इस्तेमाल करने की ठान ली। वो अपने मिशन के कामयाबी…
प्रस्तुत उपन्यास आदमखोर का मूल विषय है एक मानसि रोग 'पीकांथ्रोपी' यह कौन सा मानसिक रोग है इसका विस्तृत विवरण तो आपको कथानक में ही मिलेगा परन्तु रूप आज भी कई मनुष्यों में देखा जा सकता है। के उग्र रूप…
जिस समय विश्वास ने अपने फ्लैट में कदम रखा यह देखकर वह बुरी तरह चौंक पड़ा कि उसके फ्लैट का सदर द्वार चोपट खुला है और भीतर रोशनी जा रही है। स्पोटर्स कार को कम्पाउंड में रोकने के बाद वह कुछ देर तक…
अतीत के बारे में सोच रहा था बीड इन्सान के बारे में सोच रहा था जिससे में दूर-दूर रहना चाहता था जसियत अचान एक ऐसे मोड़ पर मेरी जिन्दगी में दाखिली थी जब मैं अपने वतन में स्थापित होने की योजना बन चुका…
यू तो आपने इससे पूर्व भी परशुराम शर्मा की बहुत सी अनमोल कृतियां पढ़ी होंगी परन्तु विशुद्ध 'टेलीपैथी पावर' पर यह सीरीज उनकी प्रथम सीरीज है। इसका मतलब हरगिज यह नहीं कि इससे पूर्व परशुराम शर्मा ने…
पेट चेम्बर की लाश बिलकुल नंगी मतर अकड़ी हुई कमरे बीचोंबीच झूल रही थी। वह कमरा भय का प्रतीक बना हुआ । वह नायलोन की डोरी—जो पैंट चेम्बर के गले में बंधी थी इ पर्दा टांगने वाली साधारण डोरी नहीं थी बल्कि…
धीरे-धीरे रूपकंवल का हुलिया बदलता जा रहा था- उसका चेहरा बिगड़ता जा रहा था। चेहरे का गोश्त खिंचा-नुचा था।
‘आज यह तुम्हारे सामने असली शक्ल में आ जाएगी पुरुषोतम! सदियों पुरानी रूह अपना अस्तित्व…
"बच कर निकल जाने के बाद फिर आने का दुस्साहस किया तुम लोगों ने...!" शैतान की भयावनी आवाज वहां गूंज उठी। "तेरा सफाया जो करना था...।” विनोद ने हिम्मत के साथ जवाब दिया । "मेरा सफाया...!" शैतान ने खून…
जासूसी उपन्यास लेखन क्षेत्र में विक्की आनंद कोर्इ नया नाम नहीं है। रहस्य, रोमांच और सनसनी से भरपूर कहानी लिखने में माहिर लेखक के चाहने वाले लाखों में है। उनके उपन्यास में ऐसा चक्रव्यूह होता है…
"बाहर तो निकलोगे लेकिन हो सकता है कि जिन्दा बाहर न निकल सको।" "आई सी...।" चांग ने बनावटी आश्चर्य प्रकट करते हुए कहा । "अगर मुझे तुमसे जान का खतरा होगा तो जाहिर है मैं भी तुम्हे छोडूंगा नहीं...।"…