Free Download Rankshetram Part 1 Raksharaj Markesh Ka Ant Hindi Novel Pdf
यह अनसुनी कथा है, द्वापर युग में महाभारत से पीढ़ियों पूर्व हुए दो महाविकराल संग्रामों की| चार खण्डों में बंटी, रणक्षेत्रम की यह गाथा किसी व्यक्ति विशेष की नहीं अपितु एक पूरे युग की है| एक ऐसा युग जिसने न्याय और धर्म की स्थापना की और एक ऐसा युग जिसने अखण्ड आर्यावर्त के सम्राट के समक्ष सभी राजाओं को झुका दिया| यह गाथा है महाऋषि ओमेश्वर के आशीर्वाद से जन्में दो महान योद्धाओं की | यह गाथा है मृत्यु के श्राप के उपरांत भी जीवित रह जाने वाले महाबली अखण्ड के अंतहीन संघर्ष की| यह कथा है भगवान महाबली के वंशज रक्षराज दुशल के प्रेम, पीड़ा और प्रतिशोध की | सदी के महान वीरों ने जिसके साथ छल किया, यह गाथा है उस महावीर योद्धा सुर्जन के प्रतिशोध की | और यह कथा है हस्तिनापुर के महान सम्राट महाराज भरत के संघर्ष की | मानवों, नागों और असुरों के मध्य हुए पहले महासंग्राम से शुरू होती कथा दूसरे महासंग्राम और भरतवंश की स्थापना के साथ समाप्त होती है|
Name : Rankshetram Part 1- Raksharaj Markesh Ka Ant
Format : PDF
Language : Hindi
Pages : 171
Size : 2.21 MB
Novel Type : Action, Fiction
Novel Series : Rankshetram Series Part-1
Writer : Utkarsh Srivastava