Free Download Main Zindaa Hoon Vinay Prabhakar Hindi Novel Pdf
तुम गोविन्द की बात कर रहे हो !
हाँ मैं खुद गोविन्द ही बोल रहा हूँ।
“यानि मैं उस शख्स से बात कर रहा हूँ , जिसकी अर्थी को मैंने स्वयं कन्धा दिया था। .? जिसकी लाश को पोस्टमॉर्टम के बाद मैंने ही क्लेम किया था। ..? जिसकी विधवा बीवी को इन्शुरन्स का पैसा मैंने खुद दिलवाया था। ..? जिस मित्र को मैंने शमशान स्थल की चिता के बीच जलते देखा, जिसकी मौत पर मैं आंसू बहता रहा, तुम उस गोविन्द की बात कर रहे हो ?”
“हाँ। मैं वही गोविन्द हूँ। जिसके बारे में तुम इतना कुछ कह रहे हो और उसकी अर्थी को कन्धा देने की बात कर रहे हो !
Name: Guru Ghantal
Format: PDF
Language: Hindi
Pages: 272
Size: 44.6 MB
Novel Type: Thriller & Suspense
Writer: Vinay Prabhakar