Free Download Khooni Jung Ved Prakash Kamboj Hindi Novel Pdf
अगर वह फाईल मैं आपके दामाद मिस्टर राजेश्वर को पहुँचा तो वो शायद आपसे शायद पैसा दे दें।” “एक ही बात है।” कनंज धीरे से इंसता हुआ बोला–फाईब मुझे या राजेश्वर में से किसी को भी दे देना। पैसा तुम जितना चाहोतो मिल जाएगा। लेकिन राजेश्वर को तो तुम जानते भी नहीं, फिर उसे फाईल ।” “आप मुझे उनका पता-ठिकाना वैगे तो मैं उनसे जाकर मिल लूंगा और उन्हें जान जाऊँगा” अरुण ने तपाक से कहा । “बहुत होशियार हो।” कर्नल ने इस प्रकार मुस्कराते हुए कहा जैसे अरुण को बात उसे बेहद पसन्द आई हो- “लेकिन राजेश्वर से मिलकर करोगे क्या तुम? सारी बातें तो मैं तुम्हें बताही चुका हूँ।” “पहले मैं सिर्फ भूषण की तलाश में ही था।” अरुण ने भी उसी की तरह मुस्कराते हुए कहा- “लेकिन आपसे बात करने के बाद भूषण के साथ फाईल भी जुड़ गई और शिव- नाथ नाम कि एक नये करेक्टर का भी पता चल गया। मिस्टर रजेश्वर से बात करूंगा तो शायद कुछ और नई बातें मालूम हों जिनसे मुझे भूषण और उस फाईल तक पहुंचने में सहायता मिले।”
Name: Khooni Jung
Format: PDF
Language: Hindi
Pages: 409
Size: 41 MB
Novel Type: Thriller & Mystery
Writer: Ved Prakash Kamboj