Free Download Khoon Me Dubi Daulat Anil Garg Hindi Novel Pdf
बाबू मस्ताना जिसकी खुद की किस्मत उसके लिए पनौती थी,लेकिन दूसरे के लिए उसकी किस्मत गजराज की सवारी करके आती थी….सट्टेबाजी की दुनिया का बेताज बादशाह जब पैसो के लालच की दलदल मे फंसा तो एक के बाद एक लाशे बिछाता चला गया। कदम कदम पर छल,धोखे और कपट की कहानी,जिसे अपने अनूठे अंदाज मे लिखा है आपके अपने चहते लेखक अनिल गर्ग ने।
Name: Khoon Me Dubi Daulat
Format: PDF
Language: Hindi
Pages: 132
Size: 2 MB
Novel Type: Crime Fiction, Thriller & Suspense
Writer: Anil Garg