Free Download Jurm Ki Juban Ved Prakash Kamboj Hindi Novel Pdf
अब तक मैं यह सोचकर चुप थी कि उसके पिता मेरे पिता के मित्र थे।” अपने पलंग पर अधलेटी-सी मुद्रा में बैठी शेफाली ने कहा- ” उन्होने अपने जीवित रहने तक बड़ी ईमानदारी के साथ मेरी सम्पत्ति का नियंत्रण किया था। अगर हिसाब देखने के बाद गड़बड़ी पकड़ी भी जाती तो शायद मैं इसके पिता के अहसान को याद करके इसे माफ भी कर देती। लेकिन आज जिस ढंग से इस आदमी ने मेरी जान लेने की कोशिश की उसे माफ नहीं किया जा सकता।” “यह आदमी माफ करने लायक नहीं है शेफाली जी।” जयदीप ने सख्त स्वर में कहा- “यह वह सांप है जो मौका मिलते ही आपको फिर उसने की कोश्ति करेगा। पुलिस में हमें इस काण्ड की रिपोर्ट करानी चाहिए। “
Name: Jurm Ki Juban
Format: PDF
Language: Hindi
Pages: 298
Size: 28 MB
Novel Type: Thriller & Mystery
Writer: Ved Prakash Kamboj