Free Download Insaf Ka Shahenshah Tiger Hindi Novel Pdf
“क”कौन हो तुम?”
“इंसाफ का शहंशाह !” इन्सान मशीन के होंठों से फुफकार भरा स्वर उभरा।
“सजा देने के लिए मैंने ही बुलाया था तुम दोनों को यहां वह फोन दिनेशसिंह ने नहीं, मैंने किया था।”
“त” “तुमने किया था ?” मनोहर वागले का स्वर कंपकंपा उठा- “क””काहे के वास्ते लोहे के बाप ?”
“तुम्हारा इंसाफ करने के वास्ते कुत्तो !” इन्सानी रोबोट की गुर्राहट ने उनके दिल हिला- कर रख दिए “गौर से देखो इस मंदिर को यहां पहले भी तू आया था दिनेशसिंह के साथ तेरे हाथ में तब यही त्रिशूल था जो आज मेरे हाथ में है। दृश्य पुराना ही है। कुछ किरदार रहे नहीं कुछ बदल गए हैं। मसलन पुजारीजी, दीपचन्द जिनकी पीठ में विल घोपा था तूने क्योंकि उस दिन यह त्रिशुल तेरे हाथ में था आज सीन में यही परिवर्तन हुआ है कि यह त्रिशूल तेरे बजाय मेरे हाथ में है। और मनोहर में त्रिशूल का वार तेरी पीठ पर नहीं करूंगा, तेरे सीने पर वार करूंगा।” “नहीं बाप ऐसा नहीं करने का।” मनोहर भय से दो कदम पीछे को खिसका, उसी के साथ वरुण भी ।
और इंसाफ का माह हाथ में त्रिशूल लेकर आगे बढ़ता चला गया।
Name: Insaf Ka Shahenshah
Format: PDF
Language: Hindi
Pages: 290
Size: 25 MB
Novel Type: Crime, Thriller & Suspense
Writer: Tiger