Free Download Holi Khelega Tiranga Keshav Pandit Hindi Novel Pdf
तू हमारा सिपहसालार है —- इत्तेफ़ाक़ से तेरे बेटे का क़त्ल कर दिया गया है तो तू कतई हिम्मत हार गया — मेरा भी तो बड़ा भाई मरा है — देख मेरी आंखों में — तुझे आंसू का एक कतरा भी नज़र आ रहा है…? नहीं, जब तक मैं अपने भाई के कातिल केशव पंडित और अम्बाजी के एक एक हिंदुस्तानी को मार नहीं दूंगी, मेरी आँखों में एक भी आंसू नहीं आएगा। डायन बन कर अपने भाई और तेरे बेटे के कातिलों को खा नहीं जाउंगी, तब तक चैन की सांस नहीं लुंगी — दुश्मनो का गोश्त खाने और खून पीने की बात करेगा तो मुझे अच्छा लगेगा — आंसू पोंछ ले और आँखों में खून भर ले — हम दोनों मेड़ी भाई और सिक्का की मौत का इन्तेक़ाम लेने को चल रहे है।
Name: Holi Khelega Tiranga
Format: PDF
Language: Hindi
Pages: 265
Size: 20.8 MB
Novel Type: Crime, Thriller & Suspense
Writer: Keshav Pandit