Free Download Damad Sapera Beti Nagin Hindi Novel Pdf
दौलत की लपटें मुझे रिश्तो की जालना कोई नई बात नहीं, कभी बात तो कभी, दौलत के लिऐ अपना जनमदता, अपने प्यार को हाय जिन्दा जला दीन की खौफनाक बात। और क्या घन्ना को अंजाम दिया, हमारे जहरिली नागिन ने जो उस्के खुन के एक कटारे से पेदा हुई थी | उसके पति ने सपेरा बनकर का उपयोग करें नचाया, वोह बाल खा खा कर नश्ती राही और क़ाहर बैंकर दाती राही अनाही जो उसके अपने.खापों ने कहा, मगर स्वार्थ की दनिया मी जिने वाले, स्वार्थ सिद्धि को इमान मान ने जीने वाले ऐसे लोगो का एक दीन क्या अंजाम होता है
Name :Damad Sapera Beti Nagin
Format : PDF
Language : Hindi
Pages : 260
Size : 22.63 MB
Novel Type : Drama , Fiction
Writer : Manoj