Free Download Khoon Kharaba Ved Prakash Kamboj Hindi Novel Pdf
मुकुट का इरादा उसे तुरन्त जान से मारने का नहीं था बल्कि पहले उससे वह डायरी का पैकिट छीन सेने का था। उसे विश्वास था कि इस सुविधाभोगी सेठिए को काबू में करने फे लिए उसे ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। लिहाजा बह खाली हाथ ही वीरेश पर झपट पड़ा। वीरेश को न जाने कैसे उसके झपटने का अहसास हो गया और वह तुरन्त ही फुर्ती के साथ इन्जिन के पास से हट गया। मुकुट खुले हुए इन्जिन पर जा गिरा। उसके सम्हलने से पहले ही वीरेश ने ठोकर मारी। नुकीला बुट उसकी जांग से टकराना तो वह किसी पिल्ले की तरह बिलबिलाता हुआ अपनी जांघ पकड़कर फिरकनी की तरह धूम मया । दूसरी ठोकर वीरेश ने उनके पेट में मारी और वह एक झटके के साथ जमीन पर गिर पड़ा। वीरेश ने उसके हाथ को सांप की सी तेजी के साथ उसके कपड़ों में घुसते देखा और अब बाहर निकला तो उसमें एक पिस्तौल दवी हुई थी।
Name: Khoon Kharaba
Format: PDF
Language: Hindi
Pages: 315
Size: 31 MB
Novel Type: Thriller & Mystery
Writer: Ved Prakash Kamboj